Surya ke Yog: सूर्य के तीनों अशुभ योगों के नकारात्मक प्रभाव से कैसे बचें ? | Surya ke Ashubh Prabhav
वैदिक ज्योतिष में सूर्यदेव का विशेष महत्व होता है, आदिकाल से ही भगवान सूर्य की उपासना होती चली आ रही है, सूर्य समस्त लोकों में ऊर्जा के केन्द्र माने गए हैं, सूर्यदेव को प्रत्यक्ष देवता माना गया है क्योंकि उनके दर्शन हमें प्राप्त होते हैं, मान्यता है कि सूर्य की उपासना करने से रोगों से मुक्ति मिलती है, वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों का राजा कहा गया है, जातक की कुंडली में सूर्यदेव का विशेष महत्व होता क्योंकि यह मनुष्य के जीवन पर गहरा प्रभाव छोड़ते हैं...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, सूर्य के तीनों अशुभ योगों के नकारात्मक प्रभाव से कैसे बचें ?...