Azm Shakri Shayari | ये दर्द भरी शायरी बेचैन कर देगी | Mushaira | Latest Ghazal | Sahitya Tak
रात मुझसे टूटे हुए तारों का सबब पूछती है
सुबह तक कैसे गुज़री है ये अब पूछती है... सुनिए अज़्म शाकरी की ये बेहतरीन शायरी सिर्फ साहित्य तक पर.