Gulzar की वो नज़्म जो ज़िंदगी की सच्चाई बताती है... Gulzar Birthday Special | Nazm | Sahitya Tak
सुबह-सुबह एक ख्वाब के
दस्तक पर दरवाज़ा खोला
देखा, सरहद के उस पार से
कुछ मेहमान आए हैं... मशहूर गीतकार, उम्दा शायर गुलज़ार साहब के जन्मदिन पर सुनें उनकी ये नज़्म जो इंसानी ज़िंदगी की सच्चाई बतलाती है.