Leo Tolstoy पर आखिर Inder Singh Khamosh ने Novel 'क़ाफ़िर मसीहा' क्यों लिखा? | EP 1049 | Sahitya Tak
इस बात में कोई संदेह नहीं कि इस से पहले भी बहुत सी भाषाओं में महान लेखक लियो तोलस्तोय के जीवन और रचनाओं पर बहुत कुछ लिखा गया है. एक ही साधारण सी कहानी को कहने की क्योंकि असंख्य और असाधारण विधाएं संभव है, इसलिए इस बात को आधार बनाकर अगर चलें तो पंजाबी में लिखे उपन्यास 'क़ाफ़िर मसीहा' की भी यही विशेषता है कि इसमें महान लेखक तोलस्तोय के जीवन तथ्यों को बड़े ही रुमानी और रुचिकर तरीके से बुनने के साथ साथ, उनके दर्शन और धर्म संबंधी विचारों को भी सरल और सही तरीके से समझाने का प्रयास किया गया है.
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आज की किताबः 'क़ाफ़िर मसीहा'
लेखक: इंदर सिंह ख़ामोश
मूल: पंजाबी
अनुवाद: अरविन्दर कौर ढेसी
भाषा: हिंदी
विधा: उपन्यास
प्रकाशक: Rethink Books
पृष्ठ संख्या: 484
मूल्य: 699 रुपये
साहित्य तक पर 'बुक कैफे' के 'एक दिन एक किताब' में वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय से सुनिए इस पुस्तक की चर्चा.