Love Poetry | मेरी चूड़ी खनकी रात भर.. Bhuvan Mohini | Kavi Sammelan | Sahitya Tak
मर्यादा ने मौन तोड़ा
दोनों के स्वर मुखर हुए
उसमें महकी मैं और वो
मुझमें महका रात भर... भुवन मोहिनी की प्रेम भरी कविता सुनें साहित्य तक पर