Maa Durga सांस्कृतिक विरासत UNESCO ने भी माना...Chandni Pandey | Navratri Special | Sahitya Tak
सितम की आग को बेशक मैं ही बुझाऊंगी
छिपी है मुझमें भी दुर्गा ये दिखाऊंगी
दिलों में पाप लिए फिर रहे असुर कितने
ज़मीं को ज़ुल्म से एक दिन बरी कराऊंगी...चांदनी पांडे की शानदार कविता का ये वीडियो देखिए साहित्य तक पर.