आजकल शेर जंगलों से निकलकर गलियों में घूम रहे हैं... Prabhat Goswami | Hindi Vyangya | Sahitya Tak
व्यंग्यकार प्रभात गोस्वामी का व्यंग्य 'बदलते मुहावरे, सिकुड़ती लोकोक्तियां' में क्या है खास, देखें साहित्य तक पर.