Shabeena Adeeb Mushaira | मेरी हर सांस है वतन के लिए | Latest Mushaira | Ghazal | Sahitya Tak
जैसे तारे हसीं गगन के लिए
फूल है जिस तरह चमन के लिए
बस इसी तरह ऐ शबीना अदीब
मेरी हर सांस है वतन के लिए...शबीना अदीब की शायरी सुन कर आप भी झूम उठेंगे. सुनिए उनकी शायरी सिर्फ साहित्य तक पर