Swati Khushboo Poetry | किला भरतपुर वाला कोई दुश्मन जीत नहीं पाया | Latest Kavisammelan | Sahitya Tak
रोने की चीखें पाई हंसमुख संगीत नहीं पाया
फिर भी साहस इतना था कि सबकुछ रीत नहीं पाया
दुश्मन ने अपना पूरा दम यहां लगाकर देखा पर
किला भरतपुर वाला कोई दुश्मन जीत नहीं पाया... स्वाति खुशबू से शानदार कविता आप भी सुनिए सिर्फ साहित्य तक पर .