हम जी रहे हैं जान तुम्हारे बगैर भी ... Rajesh Reddy | Mushaira 2023 | New Shayari | Sahitya Tak
हम जी रहे हैं जान
तुम्हारे बगैर भी
हर दिन गुज़र रहा है
गुज़ारे बगैर भी
हम जी रहे हैं जान...राजेश रेड्डी की शानदार ग़ज़ल सुनिए सिर्फ साहित्य तक पर.