जब कोई बात बिगड़ जाए, जब कोई मुश्किल पड़ जाए...Dr Pilkendra Arora की 'आए दिन बुढ़ापे के' | Sahitya Tak
मुझे फ़िल्मी गाने नहीं पसंद
पर जब एक मित्र के मोबाईल की हेलो ट्यून में
बजता है
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
तब... व्यंग्यकार डाॅ पिलकेंद्र अरोरा की बुढ़ापे पर यह सुंदर रचना सुनें सिर्फ साहित्य तक पर.