शनि-राहु या शनि-मंगल के कारण वाहन दुर्घटनायें घटित होती हैं। साढे साती या ढैया में भी ऐसा हो जाता है। इसमें लग्न के स्वामी के कमजोर होने पर शारीरिक क्षति होती है। मारक दशा होने पर प्राणांत हो जाता है। अन्यथा केवल वाहन की क्षति होती है। कहा जाता है जब ग्रह सबसे ज्यादा खराब स्थिति में होते हैं तो इंसान के प्राण तक चले जाते हैं....आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, दुर्घटना का ग्रहों से क्या है संबंध ?...