Friendship with Krishna: भारत में सच्ची मित्रता की कहानी सदियों पुरानी है, जिनका जिक्र पुराणों में मिलता है. दोस्ती का जिक्र आता है तो उदाहरण भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा का दिया जाता है. कृष्ण एक राजा थे और सुदामा एक गरीब ब्राह्मण. फिर भी कृष्ण और सुदामा की दोस्ती एक मिसाल है. कृष्ण और सुदामा की दोस्ती के कई किस्से आपने सुने होंगें. जैसे, गरीब सुदामा कृष्ण से मिलने उनके महल पहुंचे थे तो वह भगवान कृष्ण के लिए महज तीन मुट्ठी चावल लेकर गए थे. प्रभु श्रीकृष्ण ने दोस्त के लाए चावलों को खुशी-खुशी ग्रहण किया और उन्हें पूरी सृष्टि देने को तैयार हो गए. एक राजा होते हुए भी कृष्ण सुदामा को अपने महल लाए, खुद उनके पैर धोए, सुदामा के पैरों में चुभे कांटों को देख रोने लगे...तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, सभी मनोकामनाएं होगी पूरी,जानें श्रीकृष्ण की यह चमत्कारी महिमा..