कुंडली के अनुसार रत्न धारण करना सदा लाभप्रद होता है. रत्न धारण करते समय लग्न कुंडली, ग्रहदशा, अन्तर्दशा का भी ध्यान रखना चाहिए. साधारणत: लग्न कुंडली में शुभ भावों के ग्रहों की स्थिति के अनुसार ही रत्न धारण करें. रत्नों के प्रभाव को लेकर प्राचीन समय से ही बहुत मान्यताएं प्रचलित हैं. ज्योतिष शास्त्र में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में शुभफल प्राप्त करने के लिए रत्नों को धारण करने के बारे में बताया गया है...तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, फायदे की जगह रत्न कहीं आपको नुकसान तो नहीं कर रहे हैं ?...