Bhadra Kaal: किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले हम मुहूर्त निकालते हैं. मुहूर्त निकालने की प्रक्रिया में भ्रदा भी अहम भूमिका निभाती है. मुहूर्त शुभ भी हो परंतु भद्रा तत्कालीन अशुभ प्रभाव में हो तो कार्य में बाधा आ सकती है. इसलिए मुहूर्त निकालने के दौरान भद्रा भी देखना आवश्यक होता है. भद्रा के समय कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. लेकिन कुछ परिस्थितियां ऐसी भी हैं जहां भद्रा लाभकारी साबित हुई है. भद्रा का प्रभाव स्वर्ग लोक, पाताल लोक और पृथ्वी लोक तीनों लोकों पर होता है....तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, शनि की बहन और सूर्य की पुत्री कौन है ? कैसे हुई भद्रा की उत्पत्ति ? जानिए इसका प्रभाव ...