छठ के गीत हर जगह सुनने को मिल रहे है ऐसा लगता है की भोजपुरी में जो भक्ति रस और अपनत्व का भाव है वो किसी भाषा में नहीं है लेकिन जब छठ गीत आस-पास में बजता है तो आस-पास के माहौल भक्तिमय हो जाता है आईए सुनते है पुष्कर सिन्हा जिन्होंने भोजपुरी लोक गीतों को लेकर काफ़ी रिसर्च किया है..