Self-confidence: कॉन्फिडेंस यानी आत्मविश्वास, जिसकी कमी हमारी जिन्दगी को हार की तरफ ले जाती है. ये वो रास्ता है, जहां से खुद में ही कमी का एहसास होना शुरू हो जाता है, जहां से प्रतिस्पर्धा में भाग लेने से पहले ही हार मान लेने की शुरूआत हो जाती है, जहां से अब कुछ नहीं हो सकता जैसी भावनाओं के अहसास की शुरुआत हो जाती है. दूसरे शब्दों में समझें तो खुद के लिए मन में आ रहे नकारात्मक विचार ही आत्मविश्वास की कमी की शुरुआत है, जिसके चलते हमारी जिंदगी की तरक्की रूक जाती है. सारी आशाएं जहां अपना दम तोड़ देती हैं. ऐसे में जरूरी है कि खुद में आत्मविश्वास की कमी की पहचान कर समय रहते खुद को हारने से रोक लिया जाए...आइए ज्योतिर्विद प्रवीण मिश्र जी से जानते हैं कि, आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए क्या उपाय करें ?