किसी भी व्यक्ति के जीवन में रंग और तरंग का सर्वाधिक महत्व है. रत्न भी इन्ही रंगों और तरंगों के माध्यम से प्रभाव डालते हैं. व्यक्ति के शरीर के सात चक्र इन्ही रंगों और तरंगों को ग्रहण करते हैं. रत्नों के प्रयोग से व्यक्ति की मानसिक स्थिति में तुरंत बदलाव हो जाता है. इसके बाद शरीर पर असर पड़ना शुरू होता है. मन और शरीर के बाद रत्न कार्य पर असर डालते हैं. रत्नों का लाभ थोड़ी देर में होता है परन्तु नुकसान तुरंत हो जाता है....तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, रत्नों का शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है और रत्न कब नुकसान करते हैं.