ये मां की दस महाविद्याओं के नाम हैं. इन दस महाविद्याओं के तीन समूह हैं. पहले समूह में सौम्य कोटि की प्रकृति की त्रिपुरा सुंदरी, भुवनेश्वरी, मातंगी, कमला शामिल हैं. दूसरे समूह में उग्र कोटि की काली, छिन्नमस्ता, धूमावती, बगलामुखी माता शामिल हैं. तीसरे समूह में सौम्य उग्र प्रकृति की तारा और त्रिपुरा भैरवी शामिल हैं...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से मां भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता और धूमावती की महिमा जानते हैं...