Students: सूर्य और मंगल, जो क्रमशः आत्मा और ऊर्जा का प्रतीक हैं, विद्यार्थी जीवन को कई तरह से प्रभावित करते हैं. सूर्य शिक्षा, सफलता, और नेतृत्व की क्षमता को दर्शाता है, जबकि मंगल ऊर्जा, साहस, और प्रयास को दर्शाता है. दोनों की अनुकूल स्थिति में विद्यार्थी को एकाग्र, प्रेरित, और सफल बनाती है, जबकि कमजोर स्थिति आलस्य, निराशा, और असफलता का कारण बन सकती है. विद्यार्थी होने के लिए बहुत सारे गुणों की आवश्यकता है. विद्यार्थी होने लिए सबसे पहले अच्छे प्रयास की आवश्यकता है. इसके बाद अच्छी एकाग्रता और ध्यान की जरूरत है. आलस्य पर नियंत्रण पाना भी जरूरी है. स्वाद और खान-पान पर भी ध्यान देना होगा. साथ ही साथ बहुत ज्यादा भावनाओं के चक्कर में पड़ने से बचना होगा...आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, सूर्य और मंगल विद्यार्थी जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं ?...