किसी भी कार्य में मन नहीं लगता है और आए दिन स्वास्थ्य जुड़ी समस्याएं बनी रहती हैं। डाइजेशन की प्रॉब्लम होती है। मंगल की अशुभ स्थिति से भावनाओं में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहती है। व्यक्ति मानसिक तनाव या अवसाद का शिकार हो सकता है....आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, खराब मंगल की पहचान कैसे करें..