व्यक्ति को वही खाना चाहिए जिसकी उसके पास कमी है। यहां कमी का मतलब है, जो ग्रह कुण्डली में कमज़ोर है उस ग्रह से संबंधित चीजें खाएं। आमतौर लोगों की रूचि भी इसी अनुरूप होती है। वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो व्यक्ति उन्हीं चीजों की ओर आकर्षित होता है जिसकी उसके पास कमी होती है जैसे अगर आपने खूब मिठाई खा ली है...ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, खान-पान को कैसे सुधारें ? खराब खान-पान के लिए जिम्मेदार ग्रह कौन से हैं ? .