Jyotish me Guru Grah Ka Mahatav : वैदिक ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह का विशेष स्थान होता है। गुरु को ज्योतिष में शुभ, मंगलकारी और सौम्य ग्रह का दर्जा मिला है। इसके अलावा ज्योतिष में गुरु ग्रह को देवगुरु बृहस्पति के नाम से भी जाना जाता है। गुरु ग्रह को दो राशियां को स्वामित्व प्राप्त है। गुरु संतान, विवाह, धन, शिक्षा, धर्म, करियर आदि के कारक ग्रह माने गए हैं। जिन जातकों की कुंडली में गुरु ग्रह बली होते हैं, अच्छे भाव में होते हैं और शुभ ग्रहों से संबंध रहता है तो ऐसा जातक अपने जीवन में खूब तरक्की, मान-सम्मान और वैभव हासिल करने में कामयाब होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मनुष्य के जीवन पर गुरु का कैसा प्रभाव होता है और क्या महत्व है इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, ज्योतिष में देवगुरु बृहस्पति का क्या है महत्व ?