यदि जातक की कुंडली के पंचम भाव का स्वामी अशुभ स्थान में विराजमान होकर पापी ग्रहों से पीड़ित रहता है तो ऐसे स्थिति में शिक्षा के क्षेत्र में बाधा उत्पन्न होती है...आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, मूलांक अनुसार आपकी शिक्षा कैसी रहेगी ?...