भारतीय ज्योतिष और वास्तुशास्त्र में घड़ी का समय, दिशा और स्थिति व्यक्ति के जीवन में गहरा प्रभाव डालते हैं। माना जाता है कि समय केवल भौतिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और ज्योतिषीय ऊर्जा का स्रोत भी है। हर ग्रह का एक विशेष समय (घड़ी) होता है — जैसे राहु काल, गुलिक काल या यमगण्ड काल — और इन समयों में शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। घड़ी की दिशा भी बहुत मायने रखती है। वास्तु के अनुसार, घड़ी को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की दीवार पर लगाना शुभ माना जाता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मानसिक स्पष्टता बढ़ती है। दक्षिण दिशा में घड़ी Clock ke Upay: लगाने से नेगेटिव एनर्जी और अस्थिरता बढ़ सकती है, जो करियर और रिश्तों पर असर डालती है। तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, किस्मत बदलने के लिए कलाई की घड़ी का चुनाव कैसे करें