Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या पर संतों के अमृत वचन | Prayagraj Shahi Snan: पूर्णिमा का शाही स्नान लाखों भक्तों ने कुंभ में किया. महाकुंभ के लिए प्रयागराज नगरी पूरी तरह से सजी हुई है. हिंदू धर्म में प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ का विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण है. यहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम होता है, जिसे ‘त्रिवेणी संगम’ कहा जाता है. महाकुंभ में शाही स्नान के कुछ खास नियमों का पालन किया जाता है. महाकुंभ में सबसे पहले नागा साधु स्नान करते हैं. नागा साधुओं को स्नान करने की प्राथमिकता सदियों से चली आ रही है. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर स्नान प्रयागराज के महाकुंभ में हो रहा है. आइए महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर संतों के अमृत वचन क्या हैं ?...