Mangal dosh : यह मंगल वाणी और स्वभाव को ख़राब कर देता है...इसके कारण जीवन में अकेलापन पैदा होता है...कभी कभी पाइल्स और त्वचा की समस्या हो जाती है...ऐसा मंगल वैवाहिक जीवन में अलगाव या दुर्घटनाओं का कारण बनता है...इस मंगल के कारण आकस्मिक रूप से धन लाभ होता है...यह मंगल सुख और विलास की इच्छा को भड़काता है...ऐसे लोग किसी भी चीज़ से संतुष्ट नहीं होते है... यह मंगल वैवाहिक जीवन तथा रिश्तों में अहंकार की समस्या देता है...यह मंगल दोष भी सामान्य नकारात्मक होता है , बहुत ज्यादा नहीं है...इस मंगल के कारण व्यक्ति विदेश में खूब सफलता पाता है व्यक्ति कभी कभी अच्छा शल्य चिकित्सक भी बन जाता है....यह मंगल सुख और विलास की इच्छा को भड़काता है...ऐसे लोग किसी भी चीज़ से संतुष्ट नहीं होते है...यह मंगल वैवाहिक जीवन तथा रिश्तों में अहंकार की समस्या देता है...तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि,क्यों अष्टम भाव का मंगल होता है बेहद खतरनाक,.