Shadi ke Upay: वैदिक ज्योतिष अनुसार जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है, तो उसकी कुंडली में कुछ ग्रह शुभ स्थित होते हैं तो कुछ अशुभ. आपको बता दें कि कुंडली में सप्तम भाव वैवाहिक जीवन और जीवनसाथी का माना जाता है. अगर इस भाव में कोई अशुभ ग्रह हो तो व्यक्ति की शादी में देरी होती है. वहीं अगर किसी पाप ग्रह की दृष्टि इस स्थान पर पड़ रही हो तो भी विवाह में अड़चन आती है. लेकिन अगर ज्योतिष में कुछ उपायों का वर्णन मिलता है, जिनको करने से विवाह में आ रही अड़चनें दूर हो सकती हैं...आइए आज ज्योतिषी प्रवीण मिश्र जी से जानते हैं कि, काफी प्रयास के बाद भी शादी नहीं हो पा रही है तो भगवान शिव को कैसे प्रसन्न करें ?...