Relation of travel with planets: वैसे तो राहु को छाया ग्रह माना जाता है, लेकिन कुंडली के भाग्य स्थान पर बैठकर राहू भी विदेश यात्रा के योग बनाता है. जिस व्यक्ति की कुंडली में राहु की स्थिति मजबूत होती है उसे नौकरी में सफलता, पढ़ाई में सर्वोच्च स्थान और यहां तक कि विदेश यात्रा के योग बनते हैं. वहीं राहु की खराब स्थिति किसी की भी प्रगति में बाधा बन सकती है...आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, यात्रा का ग्रहों से क्या संबंध है ?