नवग्रहों में बृहस्पति को गुरु और मंत्रणा का कारक माना जाता है. पीला रंग,स्वर्ण,वित्त और धर्म,मंत्र,ब्राहमण और संस्कारों को नियंत्रित करता है. शरीर में पाचन तंत्र, और आयु की अवधि को निर्धारित करता है. पांच तत्वों में आकाश तत्त्व का अधिपति होने के कारण इसका प्रभाव बहुत ही व्यापक और विराट होता है....तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, बृहस्पति की हमारे जीवन में भूमिका..