Role of Planets in Laziness: अप्रत्याशित ग्रह राहु व्यक्ति में आलस्य के लिए जिम्मेदार है. खासकर जब राहु किसी की कुंडली में वृश्चिक राशि में हो. यदि राहु अपनी दृष्टि लग्न राशि पर फेंक रहा है, तो जातक बिना किसी वैध कारण के, सुस्ती का शिकार हो सकता है. भ्रम, काल्पनिक विचार और बाहरी दुनिया से वैराग्य भी किसी की जन्म कुंडली में अशुभ राहु के परिणाम हैं. कुंडली का तीसरा, छठवां और ग्यारहवां भाव पराक्रम का होता है. इन भावों के मजबूत होने पर व्यक्ति कर्मठ होता है. जबकि इन भावों के कमजोर होने पर व्यक्ति आलसी हो जाता है...ऐसे में आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, आलस्य में ग्रहों की क्या भूमिका है ?..