शुक्र और राहु का स्वभाव एक जैसा है इसलिए दोनों की युति फायदा कराती है. शुक्र और राहु के साथ में आने से धन लाभ होता है और आर्थिक स्थिति सुधरती है. दोनों ग्रहों की युति से व्यक्ति को सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है. दोनों ग्रहों का साथ में होना नौकरी और व्यापार के लिए उत्तम माना जाता है. ज्योतिष में तमाम नकारात्मक योगों का अध्ययन किया जाता है. इनमें सबसे बड़ा नकारात्मक योग है गुरु चांडाल योग, इसके अलावा इससे मिलता जुलता भी एक योग है. शुक्र राहु योग, कुंडली में अगर राहु शुक्र एक साथ हों तो यह योग बनता है. दृष्टि से यह योग नहीं बनता है. यह योग केंद्र या त्रिकोण में बनने पर काफी नकारात्मक हो जाता है. ग्रहों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. वहीं, इनकी दिशा और दशा हमारे जीवन में होने वाली घटनाओं को निर्धारित करती हैं. जहां एक ओर अकेला ग्रह भी शुभ और अशुभ परिणाम दिखाता है तो वहीं, दो ग्रहों की युति से भी कई अच्छे और बुरे योग बनते हैं......तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, शुक्र और राहु के योग के 10 लाभ और नुकसान कौन-कौन से हैं ?...