SIta Navami 2025: सीता जी मातृ-स्वरूपा हैं। उन्होंने न सिर्फ अपने पुत्रों लव-कुश को संस्कारित किया, बल्कि वे जगत का पालन-पोषण मां सरस्वती, मां लक्ष्मी और मां काली के रूप में करती हैं। तभी तो उन्हें जगत माता कहा जाता है। आज सीतानवमी है मान्यता है कि सृष्टि का सृजन, पालन और संहार त्रिदेव-बहमा, विष्णु, महेश अपनी शक्तियों- सरस्वती, लक्ष्मी, काली के माध्यम से करते हैं, किंतु सीताजी ये तीनों काम स्वयं करने में समर्थ हैं...आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, सीता नवमी पर करें ये उपाय, अखंड सौभाग्य और उत्तम वर की होगी प्राप्ति....