जब कुंडली में ग्रहों के राजा सूर्य के समीप कोई ग्रह आता है, तो वह बलहीन होकर अस्त हो जाता है. किसी भी ग्रह के अस्त होने पर उसका प्रभाव, उसकी सभी शक्तियां शून्य हो जाती हैं. इस समयकाल में ग्रह शुभ परिणाम देने में असमर्थ होता है. एक अस्त ग्रह की स्थिति बलहीन और अस्वस्थ राजा के समान होती है...आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, क्या होता है जब ग्रह अस्त होते हैं ? जानें इनके अस्त होने का जीवन पर प्रभाव...