ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 27 नक्षत्रों का वर्णन किया गया है और तीनों नक्षत्रों में से प्रत्येक नक्षत्र पर ग्रहों का आधिपत्य अर्थात स्वामित्व बताया गया है, उसी श्रृंखला में हमारे पास केतु के तीन नक्षत्र हैं - 1- अश्विनी, 2- मघा और 3- मूल. इन तीन नक्षत्रों को गंड मूल कहा जाता है, जिसमें जन्म लेने वाले व्यक्ति का तथा जन्म से 27 दिन तक जातक के पिता का चेहरा देखना वर्जित होता है तथा हम यह जानने का प्रयास करते हैं कि इनका हमारे जीवन में क्या परिणाम होता है...तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं, मघा और मूल नक्षत्र में जन्में लोगों का स्वभाव और करियर कैसा होता है...