माला का पूजा उपासना से क्या है संबंध, जानें माला के प्रयोग और सावधानियां।Shailendra Pandey|Astro Tak | Tak Live Video

माला का पूजा उपासना से क्या है संबंध, जानें माला के प्रयोग और सावधानियां।Shailendra Pandey|Astro Tak

Importance of rosary in worship : हमारी प्रार्थना करने के विभिन्न तरीके हैं, कभी सरल शब्दों से, कभी कीर्तन से और कभी मंत्रों से. इनमे मंत्र सबसे ज्यादा प्रभावशाली माने जाते हैं, क्योंकि ये मन को तुरंत एकाग्र कर देते हैं और शीघ्र प्रभाव देते हैं. हर मंत्र से अलग तरह का प्रभाव और शक्ति उत्पन्न होती है इसलिए मंत्र का जाप करने के लिए अलग-अलग तरह की मालाओं का प्रयोग किया जाता है. ऐसा करने से अलग-अलग मंत्रों की शक्ति का लाभ मिल सकता है. माला का प्रयोग इसलिए भी किया जाता है ताकि मंत्र जप की संख्या में त्रुटि ना हो सके. माला में लगे हुये दानों को मनका कहा जाता है. सामान्यतः माला में 108 मनके होते हैं परन्तु कभी-कभी इसमें 27 अथवा 54 मनके भी होते हैं...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, माला का पूजा उपासना से क्या है संबंध, जानें माला के प्रयोग और सावधानियां..