Happiness of parents: किसी भी कुंडली में सूर्य पिता के बारे में बताता है. इसके अलावा कुंडली का नवां और दसवां भाव भी पिता से संबंध रखता है. चंद्रमा से माता की स्थिति देखी जाती है. चतुर्थ भाव से भी माता की स्थिति स्पष्ट होती है. इन ग्रहों या स्थानों के मजबूत होने से माता-पिता का सुख मिल जाता है. कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर होने पर या सूर्य का संबंध शनि के साथ होने पर पिता के साथ संबंध खराब होते हैं. इसके अलावा कुंडली के दसवें भाव के स्वामी के गड़बड़ होने पर सूर्य गड़बड़ हो और दसवें भाव का स्वामी भी, तो पिता का सुख बिलकुल नहीं मिलता...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, माता-पिता के सुख का ग्रहों से क्या संबंध है और माता-पिता का सुख कैसे पाएं...