Ahoi Ashtami 2024: हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि के अगले दिन अहोई अष्टमी मनाई जाती है. यह पर्व पुत्र की लंबी आयु और सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिए किया जाता है. विवाहित महिलाएं कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर पुत्र की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इस व्रत के पुण्य-प्रताप से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. साथ ही उनके पुत्रों को पृथ्वी लोक पर स्वर्ग समान सुखों की प्राप्ति होती है. अहोई अष्टमी पर दान करने का भी विधान है...आइए ज्योतिर्विद संजय शर्मा जी से जानते हैं कि, अहोई अष्टमी पर क्या करें क्या ना करें ?..