Son Remedies: ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह अपना एक विशेष महत्व बताया गया है. जो लोग संतान सुख की कामना रखते हैं उनके लिए सूर्य और बृहस्पति ग्रह को प्रसन्न रखना आवश्यक माना गया है. ये दो ग्रह शुभ होने पर संतान का सुख प्रदान करते हैं. इतना ही नहीं संतान योग्य, शिक्षित और संस्कारवान होती है. पिता की तरक्की में अहम योगदान होता है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को जहां ग्रहों का राजा तो बृहस्पति को देवताओं का गुरु बताया गया है. कुंडली में जब ये दोनों ग्रह शुभ और बलशाली होते हैं तो संतान कम उम्र ही सफलता प्राप्त करती है. माता पिता को ऐसी संतान पर गर्व होता है...आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, कब आती है संतान होने में बाधा, कौन से ग्रह होते हैं जिम्मेदार ?...