आम भाषा में कहा जाता है कि मन चंचल होता है. ऐसे में मन की चंचलता को नियंत्रित करना बहुत जरुरी है वर्ना आप अपनी रणनीति से दूर होते चले जाते हैं. वहीं, बहुत बार ऐसा होता है कि हमारे मन में एक साथ कई बातें चल रही होती हैं, जिसकी वजह से हम अस्थिर हो जाते हैं और भटक जाते हैं...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद राजपुरोहित मधुर जी से जानते हैं कि, जीवन में भटकाव से बचने की शुरुआत कहां से करें...