दरअसल मंगल को ग्रहों में सेनापति कहा गया है और यह व्यक्ति के रक्त और साहस का कारक है. जीवन में ऊर्जा देने का काम मंगल ही करता है. मंगल को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी बनाया गया है. मेष राशि में मंगल बेहद बलवान कहे जाते हैं. इस राशि में वो मूल त्रिकोण कहलाते हैं वहीं वृश्चिक राशि में स्वराशि के होते हैं. तीसरे, छठे और एकादश भाव में विराजमान मंगल को बेहद बलवान कहा गया है. मंगल के नक्षत्रों की बात करें तो धनिष्ठा, मृगशिरा, चित्रा के ये स्वामी होते हैं. अगर उच्च और नीच राशि की बात की जाए तो मंगल शनि देव की राशि मकर में उच्च होते हैं वही जल तत्व राशि कर्क में नीच होते हैं...तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि,मंगल के 3 प्रभावशाली नक्षत्र का जीवन पर प्रभाव...