भावना के लिए मुख्य रूप से एक ही ग्रह जिम्मेदार होता है - चंद्रमा. अलग अलग ग्रहों के साथ इसका सम्बन्ध होने पर भावनाओं का अलग अलग रूप हो जाता है. पाप ग्रह भावनाओं को दूषित कर देते हैं और शुभ ग्रहों से भावनाएं शुद्ध हो जाती हैं. भावनाएं सबसे ज्यादा दूषित होती हैं राहु से. इसकी वजह से भावनाओं का रूप विकृत हो जाता है.....तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, भावनाओं के लिए कौन से ग्रह होते हैं जिम्मेदार..