कुंडली का तीसरा, छठवां और ग्यारहवां भाव पराक्रम का होता है. इन भावों के मजबूत होने पर व्यक्ति कर्मठ होता है. जबकि इन भावों के कमजोर होने पर व्यक्ति आलसी हो जाता है...तो आइए ऐसे में ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, आलस्य में किन ग्रहों की भूमिका है और अलग-अलग राशि से क्या संबंध है...