प्रसाद भगवान के प्रति एक भाव है. पूजा-पाठ या आरती के बाद तुलसीकृत जलामृत व पंचामृत के बाद बांटे जाने वाले पदार्थ को 'प्रसाद' कहते हैं. पूजा के समय जब कोई खाद्य सामग्री देवी-देवताओं के समक्ष प्रस्तुत की जाती है तो वह सामग्री प्रसाद के रूप में वितरण होती है...तो आइए ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय जी से जानते हैं कि, पूजा के बाद प्रसाद अर्पित करना क्यों जरूरी होता है ?...