वर्ल्डकप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया बुरी तरह हार गई। भारत को 6 विकेट से हराकर ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर वर्ल्डकप चैंपियन बन गया। इस फाइनल मुकाबले के साथ ही एक विवाद भी खड़ा हो गया है। दरअसल ये मामला पूर्व कप्तान कपिल देव से जुड़ा हुआ है। फाइनल मैच के दौरान 1983 में भारत को पहला वर्ल्ड कप जिताने वाली टीम के कप्तान कपिल देव किसी VIP बॉक्स में नज़र नहीं आए। इसे लेकर कपिल देव का कहना है कि उन्हें बुलाया ही नहीं गया। कपिल देव उदास होकर बोले- लोग कभी-कभी भूल जाते हैं। इस मामले में अब सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कपिल देव का मुद्दा उठाया है।
कपिल देव ने क्या-क्या कहा... उन्होंने एक निजी न्यूज़ चैनल से कहा- "आपने बुलाया मुझे, मैं इधर आ गया, उन्होंने नहीं बुलाया, मैं नहीं गया। ये सिंपल है। मैं चाहता था कि मेरी 1983 वर्ल्ड कप की पूरी टीम वहां हो, लेकिन इतना कुछ काम चल रहा है , बहुत सारी जिम्मेदारियां हैं, कई बार लोग भूल जाते हैं।"
कपिल देव के इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा- "ये पूरी तरह से अस्वीकार्य और बेहद तुच्छ है कि कपिल देव को अहमदाबाद में विश्व कप फाइनल के लिए क्रिकेट प्रतिष्ठान द्वारा आमंत्रित नहीं किया गया था। बेदी की तरह, कपिल देव भी अपनी बात कहने के लिए जाने जाते हैं और वो कुछ महीने पहले आंदोलनकारी महिला पहलवानों के समर्थन में खुलकर सामने आए थे।"
अपने पोस्ट में जयराम रमेश ने BCCI को तो घेरा ही साथ ही इसमें एक लाइन ऐसी लिखी है जो कि बीजेपी पर निशाना है। जयराम रमेश ने लिखा कि कपिल देव कुछ महीने पहले महिला पहलवानों के समर्थन में खुलकर सामने आए थे। यानी कहने का मतलब ये हुआ कि वो प्रदर्शन बीजेपी नेता के खिलाफ हो रहा था तो इसीलिए कपिल देव को ऊपरी आदेश के तरह नहीं बुलाया गया। जयराम रमेश ने बीजेपी के साथ-साथ इस मुद्दे को लेकर सरकार पर भी निशाना साधा है।