ये क्या हुआ.. कांग्रेस विधायक और एससी आयोग के अध्यक्ष रहे खिलाड़ी लाल बैरवा को अचानक ये क्या हुआ। क्या हुआ जो धौलपुर में अचानक खिलाड़ी लाल बैरवा सिसक-सिसक के रोने लगे। और क्या हुआ जो 5 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद आखिरकार खिलाड़ी लाल बैरवा का दर्द छलक पड़ा। ध्यान से देखिए.. ये वही खिलाड़ी लाल बैरवा हैं जो कभी सीएम गहलोत और कांग्रेस पार्टी के कसीदे पढ़ते नहीं थकते थे। लेकिन लगता है अब सचिन पायलट के सबसे खास सिपाहियों में एक बैरवा का कांग्रेस से मन भर गया है। और ऐसा हो भी क्यों ना, पार्टी ने जब इतने कद्दावर चेहरे को टिकट नहीं दिया तो वो भी क्या करें। कम से कम रो तो सकते ही हैं। खैर.. अब जरा इनको देखिए.. ये हैं अलवर ग्रामीण से कांग्रेस उम्मीदवार टीकाराम जूली, जिन्हें टिकट मिलने की इतनी खुशी हुई कि कुछ इस अंदाज में घर पहुंचे।
कोई टिकट कटने से रो रहा है तो कोई टिकट मिलने की खुशी में भावुक हो रहा.. इस बार लगता है राजस्थान में रोने का ट्रेंड सा चल रहा है। जाहिर है इससे कुछ मिले ना मिले सहानुभूति के नाम पर चंद वोट तो जरूर मिलेंगे और शायद ये सारे नेताजी भी उसी फिराक में हैं। बलजीत यादव, नेम सिंह, और ओपी हुडला के बाद अब खिलाड़ी लाल बैरवा और टीकाराम जूली का रोते हुए वीडियो खूब वायरल हो रहा है।