कहते हैं जब भी कोई बड़ा सियासी घटनाक्रम होता है, तो उसका या तो अच्छा असर होता या फिर बुरा प्रभाव पड़ता है।
राजस्थान में ईडी ने जिस तरह से कांग्रेस के नेताओं पर शिकंजा कसा, उसके बाद जो तस्वीर निकलकर सामने आई,
वो बड़ी ही दिलचस्प दिखी। ईडी से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस के तमाम नेता कंधे से कंधा मिलाकर एकजुट होकर
एक साथ डटे रहे। खुद सचिन पायलट ने भी सीएम के बेटे के लिए मैदान में उतकर मोर्चा संभाल लिया। पायलट दिल्ली
में थे, राजस्थान में ईडी की कार्रवाई चल रही थी, लेकिन सचिन ने दिल्ली से ही मुख्यमंत्री के बेटे के लिए ईडी और बीजेपी
पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। रंधावा, डोटासरा, गहलोत और खुद वैभव गहलोत ने भी ईडी की कार्रवाई का खुलकर
विरोध किया। अशोक गहलोत के बाद सचिन पायलट ने भी कह दिया कि बीजेपी पांचों राज्यों के चुनाव में पिछड़ रही है।
अपनी हार के डर से अब बीजेपी ईडी को अपना अस्त्र बनाकर अपने सियासी विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है