Book Cafe को Penguin Random House और उसके उपक्रमों से इस सप्ताह जो 6 पुस्तकें मिलीं | Kitabein Mili | Tak Live Video

Book Cafe को Penguin Random House और उसके उपक्रमों से इस सप्ताह जो 6 पुस्तकें मिलीं | Kitabein Mili

पुस्तकें आपके ज्ञान को बढ़ाती हैं, साथ ही आपका मनोरंजन भी करती हैं. इनसे बेहतर आपका कोई दोस्त नहीं हो सकता. ये भाषा और विचारों के स्तर पर आपको समृद्ध करती हैं, तो दुनिया-जहान की बातें भी आपको बताती हैं. इसीलिए 'साहित्य तक' के 'बुक कैफे' में 'एक दिन, एक किताब' के तहत हर दिन किसी न किसी पुस्तक की बात होती है.

इसके निमित्त प्रकाशकों का भरपूर सहयोग भी साहित्य तक को मिलता रहा है, और आप सबके लिए हमारे पास हर सप्ताह ढेरों किताबें आ रही हैं. पुस्तकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक भी पुस्तक चर्चा से छूट न जाए, इसलिए हम 'किताबें मिली' कार्यक्रम के तहत उन पुस्तकों की जानकारी आपको दे रहे हैं, जो 'बुक कैफे' में चर्चा के लिए हमें प्राप्त हुई हैं. पहले सप्ताह में एक दिन होने वाला यह कार्यक्रम अब सप्ताह में दो बार आपके पास आ रहा है. यह 'बुक कैफे' की ही एक श्रृंखला है, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय आपको उन पुस्तकों की जानकारी दे रहे हैं.

इस सप्ताह हमें पेंगुइन रैंडम हाउस और उसके सहयोगी उपक्रमों जो पुस्तकें मिलीं हैं, उनमें राजगोपाल सिंह वर्मा की 'स्वर्णा: टैगोर की अल्पचर्चित विदुषी बहन की जीवनी', आलोक रंजन की 'मेकिंग ए डिफ़रेन्स: आईएएस करियर के अनुभव', यंग पुब्लो की 'लाइटर: मन को हल्का कैसे करें', गौरांग दास की 'द आर्ट ऑफ़ हैबिट्स', भगवंत अनमोल की 'गेरबाज़' और नमिता गोखले की 'The Puffin Mahabharata' शामिल हैं. पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए साहित्य तक की इस पहल के साथ जुड़े रहें. हर सप्ताह ठीक शनिवार और रविवार इसी समय यहां आप जान सकते हैं कि किस प्रकाशक विशेष की कौन सी पुस्तकें, हमें यानी साहित्य तक को 'बुक कैफे' में चर्चा के लिए मिली हैं.