'नई किताबें' कार्यक्रम में इस सप्ताह हमें राजकमल से जो पुस्तकें मिलीं उनमें,मदन चन्द्र भट्ट की 'हिमालय का इतिहास श्रुतियों और साक्ष्यों से बुना वृत्तांत',प्रदीप अवस्थी की 'मृत्यु और हँसी', हेमा दीक्षित की 'यूँ तो सब कुछ पूर्ववत् है', राहुल सिंह की 'जनजातीय नवजागरण', संजीव चोपड़ा की 'हम भारत के राज्यों के लोग भारत की आन्तरिक सीमाओं का निर्माण एवं पुनर्निर्माण' जिसका अनुवाद सचिन चौहान ने किया है, समर बसु मल्लिक, सन्तोष किड़ो, रणेन्द्र,मोनिका रानी टुटी, राकेश रंजन उराँव, अमृता प्रियंका एक्का से संपादित पुस्तक 'आदिवासी दर्शन', प्रदीप गर्ग की 'शहंशाह अकबर एक अनमोल विरासत' शामिल है. पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए साहित्य तक की इस पहल के साथ जुड़े रहें. हर सप्ताह ठीक शनिवार और रविवार इसी समय यहां आप जान सकते हैं कि किस प्रकाशक विशेष की कौन सी पुस्तकें, हमें यानी साहित्य तक को 'बुक कैफे' में चर्चा के लिए मिली हैं.