Book Cafe को अलग- अगल प्रकाशनों से इस सप्ताह जो 7 पुस्तकें मिलीं | Nayi Kitabein | EP 119 | Tak Live Video

Book Cafe को अलग- अगल प्रकाशनों से इस सप्ताह जो 7 पुस्तकें मिलीं | Nayi Kitabein | EP 119



पुस्तकें आपके ज्ञान को बढ़ाती हैं, साथ ही आपका मनोरंजन भी करती हैं. इनसे बेहतर आपका कोई दोस्त नहीं हो सकता. ये भाषा और विचारों के स्तर पर आपको समृद्ध करती हैं, तो दुनिया-जहान की बातें भी आपको बताती हैं. इसीलिए 'साहित्य तक' के 'बुक कैफे' में 'एक दिन, एक किताब' के तहत हर दिन किसी न किसी पुस्तक की बात होती है.

इसके निमित्त प्रकाशकों का भरपूर सहयोग भी साहित्य तक को मिलता रहा है, और आप सबके लिए हमारे पास हर सप्ताह ढेरों किताबें आ रही हैं. पुस्तकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक भी पुस्तक चर्चा से छूट न जाए, इसलिए हम 'नई किताबें' कार्यक्रम के तहत उन पुस्तकों की जानकारी आपको दे रहे हैं, जो 'बुक कैफे' में चर्चा के लिए हमें प्राप्त हुई हैं. पहले सप्ताह में एक दिन होने वाला यह कार्यक्रम अब सप्ताह में दो बार आपके पास आ रहा है. यह 'बुक कैफे' की ही एक श्रृंखला है, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश पाण्डेय आपको उन पुस्तकों की जानकारी दे रहे हैं.

इस सप्ताह हमें अलग-अलग प्रकाशनों से जो पुस्तकें प्राप्त हुई हैं, उनमें प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित अंकुर मिश्रा की 'अपराजिता: कुंती की गाथा', राजमंगल प्रकाशन से प्रकाशित मयूर की 'ऊपरवाले की लाठी', साहित्य विमर्श से प्रकाशित ज्योति वर्मा की 'क्षत मेदिनी: तिनका-तिनका अस्तित्व समेटती स्त्री', Flydreams Publications से प्रकाशित भानुप्रताप यादव 'शुभारंभ' की 'एर्यनम का रक्षक', Ponytale Books से प्रकाशित राजेश तलवार की The Boy Who Fought An Empire: A Play for Children, बेन्तेन बुक्स से प्रकाशित डाॅ. विजय अग्रवाल की 'गीता का ज्ञान' और दीपक प्रकाशन से प्रकाशित हरिशंकर शर्मा की 'पं. राधेश्याम कथावाचक: श्रवण कुमार- नाटक से फ़िल्म तक' शामिल हैं. पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए साहित्य तक की इस पहल के साथ जुड़े रहें. हर सप्ताह ठीक शनिवार और रविवार इसी समय यहां आप जान सकते हैं कि किस प्रकाशक विशेष की कौन सी पुस्तकें, हमें यानी साहित्य तक को 'बुक कैफे' में चर्चा के लिए मिली हैं.